अधूरी तसवीरें जादू ŕ¤ŕ¤°ी होती हैं, नज़र मिले तो बे-रंग पटल पर सैंकड़ों कहानियाँ कह जाती हैं, नहीं तो प्रत्यक्ष से परे अपने ŕ¤ीतर सिमट जाती हैं. इन पंक्तियों में ŕ¤ी सिर्फ एक पल का सार है, गहन अŕ¤िव्यक्ति नहीं, कैनवास पर अनैच्छिक उŕ¤ŕ¤°ी किसी रेखा की तरह, नज़र आये तो तस्वीर, नहीं तो महज लकीर...
देखता हूँ,
कि तुम देखती हो.
उस दिन हम शायद
यहीं कहीं तो बैठे थे
बहते पानी में पाँव डाले
मेरे काँधे तुम्हारा सर रखे
तुमने हाथों से पानी में
नाम कुछ यूँ ही लिखे थे
यह नीला प्रतिबिम्ब कहीं
पत्थरों पे छप गया है
सोचता हूँ
इन लहरों पर छोड़ी
तुम्हारी उंगलियाँ साथ ले चलूँ
पानी की यह अतृप्त बूँदें
तुम्हारे स्पर्श सी छलती हैं
मैं अंजलि में तुम्हारा हाथ ŕ¤ŕ¤°
अपनी आँखों तक ले आता हूँ
मेरी उँगलियों से छन कर,
तुम फिर क्यों बह जाती हो
धारों के कांच के परे
देखता हूँ,
कि तुम देखती हो
उस दिन तुम कुछ कह रही थी
बात रह गयी थी कुछ बाकी
क्या कुछ बोल रहे अधूरे
या सिर्फ मेरा मौन था बाकी
तुम अपनी ख़ामोशी की
एक अदना चिट्ठी लिख ŕ¤ेजो
मैं अपने लिफ़ाफ़े में तुम्हें एक
सांस की दूरी ŕ¤ेजूंगा
सांझ - प्रŕ¤ात की विडम्बना
और कुछ सवाल लिखूंगा
तुम्हारे बिगड़ने - मनाने
का बाकी हर मलाल ŕ¤ेजूंगा
तुम्हारी चुप्पी का जवाब लिखते
देखता हूँ ,
कि तुम देखती हो.
पिछली रात, सफ़ेद चादरें
चांदनी में ŕ¤ीगने डाली थीं
सुबह की ओस में इन्हें मैं
छत पर ही छोड़ आया हूँ
तुम इन्द्रधनुष में ब्रुश डुबो,
इन्हें अपनी आँखों सा रंग लेना
मैं दिन ढले इन्हें ले जाऊंगा
अपनी आखिरी नींद से पहले
इन्हें ओढ़, मैं फिर जगने तक
इन सलवटों में तुम्हें सहेजूंगा
मुझ से पहले जो तुम जागो
तो मैं यहीं सोया मिलूंगा
सपनों की मरीचिका जीते
देखता हूँ,
कि तुम देखती हो.
8 comments :
Good one
Sonia :)
Ultimate..sad but very romantic. I was envisaging while reading...good job :) --Rashmi Chauhan
Reads like the story of my life…
Another great post... indeed... please write more often...it's wonderful to read all that you write..
this is soooo awesome!!! i dont believe i know the person who wrote this! incredible imagery.
Thank you all. I guess these little words of appreciation keep me going.
Thanks again.
Yeh Sochkar Koi aehde vafaa karoo humse,
Hum ek vaade par umre gujaar dete hai!
there is nothing sad in this! sirf ahesas hai rooh se mahssos karo.
keep the good vibes: Davinder
It is sad and touching!! Keep up the great writing!!!
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